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Hymn No. 513 | Date: 19-Dec-1998
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देखो रे – देखो प्रभु की कृपा देखो, हर पल मदद करता है वो हमारी ।
देखो रे – देखो प्रभु की कृपा देखो, हर पल मदद करता है वो हमारी ।
जीवन पथ पे चलते हुये भूल जातें है हम उसे, वो ना भूला कीसी पल हमें ।
सहेज के रखता हौ अपने भीतर दुनिया भरपे सुख और दुखों को ।
अपने ज्ञान को ना लादा कीसी पे, मौका दिया सदा सबको इक् सा।
मर्जीनुसार जीवन जीनें का मौका दिया हर इक् को, बाध्य ना किया अच्छी – बूरी बातों के लिये।
हर कोई प्रिय है उसे बिना भेदकें, बाँटा उसनें अपना प्रसाद सबको ।
सीख दीया उसनें हर काल में, इस धरा पे आपे मानव रूप धारण करकें ।
हर इक् को अपना स्वरूप सामर्थ्य दीया, जिसनें पहचाना स्व को उसनें उपभोग किया।
असहज ना हुआ है वो कभी, हर अवस्था में सहजता से जीनें का सीख दीया।
प्रेम करना सबसे उसनें सीखाया मनकें हर भेद भाव को त्याग कें ।


- डॉ.संतोष सिंह