VIEW HYMN

Hymn No. 2388 | Date: 11-Jul-2001
Text Size
जब सारे प्यारों को तू बांटेगा प्यार, तो इन बदनामों को कौन अपनायेगा।
जब सारे प्यारों को तू बांटेगा प्यार, तो इन बदनामों को कौन अपनायेगा।
जब सब अच्छे तेरे पास होंगे, तो ये बुरे किसके पास जायेगे।
जब हर पुरूषार्थियों का तू भाग्य बनायेगा, तो ये अभागे किससे गुहार लगायेंगे।
जब तेरा बनना निर्भर होगा सब प्रारब्ध पे, तो इस जन्म का क्या होगा।
जब तेरी मेहरबानी होगी कद्रदानो पे, तो अपने आपके मारे हुये कहाँ जायेगे।
जब तेरा नाता अटूट हो और वो टूट जायेगा, तो किसको कैसे कहने जायेगे।
जब तू छोड़ देगा हमको हाल पे अपने, तो कैसे रंग भरेंगे सारे सपनो में।
हम तुझसे किसी और के हिस्से का नहीं चाहते, पर चाहत है तो तेरी।
लायक तो नहीं फिर भी देख लेते है, ख्वाब खुली आंखो से तुझसे जुड़ने का।
मारे हुये है अपने आपके, फिर भी चाहता हूँ तुझे अपने जिंदगी में।


- डॉ.संतोष सिंह