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Hymn No. 2345 | Date: 07-Jun-2001
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रखना तू विश्वास, कभी झूठा न पड़ने दूंगा तुझको।
रखना तू विश्वास, कभी झूठा न पड़ने दूंगा तुझको।
तेरे प्यार को न कभी बदनाम होने दूंगा।
चूकूँगा न मौका अब कहा कोई तेरा करने से।
तुझसे दूर ले जायेगा जो, छोड़ दूंगा सदा के लिये साथ उसका।
जिंदगी मिली है उधार में, तेरे सिवाय रहा न अधिकार किसीका।
बिंदास होके गुजारूंगा हर पल तेरी दासता में जीवन।
जीवन के हर दौर में निभाऊँगा प्यार की रस्म को।
लाख नाउम्मीद हो दुनिया, पर पूरा कर दिखाऊँगा तेरी उम्मीद को।
तड़पना कितना भी पड़ेगा मुझको, पर तेरे दिल को अहसास दूंगा सूंकू का।


- डॉ.संतोष सिंह