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Hymn No. 2217 | Date: 15-Mar-2001
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जिसकी नजरों से बहती है, हर पल प्यार की धारा, वो तो है हमारा काका।
जिसकी नजरों से बहती है, हर पल प्यार की धारा, वो तो है हमारा काका।
रहूँ दूर कितना भी नजरों से, रखे सदा वो ख्याल, वो तो है हमारा काका।
जो भी बात हो दिलमें जान ले बिन कहे, वो तो है हमारा काका।
मन में उपजे शंकाओं का कर देता हैं निराकरण गाते गाते वो तो है हमारा काका सं. 5
जो भी राय बनाऊँ उस रुप से परे दूसरे दिन पाऊँ वो तो है हमारा काका। दि.
ख्वाबों में आके नींद चुराये, बातों ही बातों में जन्मों जन्म की प्यास बुझाये, वो तो है हमारा काका। अं.
रहे किसी भी देश की भाषा, बोले वो भावों में बहके, वो तो है हमारा काका। पि.
छेड़े जब सरगम, भुलाके सब कुछ लग जाता ध्यान तब, वो तो है हमारा काका। जी.
जीवन रहस्य हंसते हंसते बतला जाता, वो तो है हमारा काका।
मानो या न मानो जिसके लिये जाना पड़ता है गिरि कंदराओं में वो आया है पास हमारे, वो तो है हमारा काका।


- डॉ.संतोष सिंह