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Hymn No. 2204 | Date: 06-Mar-2001
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ओ । अल्लाह का पुत्र अल्लाह को पुकारे, ओ अल्लाह हो अकबर, ओ अल्लाह हो अकबर।
ओ । अल्लाह का पुत्र अल्लाह को पुकारे, ओ अल्लाह हो अकबर, ओ अल्लाह हो अकबर।
कर दे कृपा हो रहबर इतनी सी, बच्ची है जितनी सांसे गुम कर दो तेरे प्यार में ओ अल्लाह...
मत बांधना मुझे किसी सरहद में, गाता चलूँ तेरे प्यार का गीत सारी दुनिया में ओ अल्लाह...
पड़ाव डालूँ तेरे किसी भी डेरे पे, चाहे मंदिर हो या मस्जिद, तसदीक कराना तेरे होने की ओ...
जवानी रहे मेरे जोश में इतनी, गुम कर दूं तेरा होश, मजबून हो जाये बनने को दोस्त ओ...
पाक परवर दिगार मिलूँ बनके सच्चा पाकी, चाहे हो जाये नापाकियों से दुश्मनी ओं अल्लाह...
जात का तूने काफिर बनाया, आजा कर दूं मोहब्बत में बेजात तुझको ओ अल्लाह...
रोशन करूं तेरे नाम को, मिटना पड़ा तो मिटके पहुँचाऊ तेरे प्रेम पैगाम को ओ अल्लाह...
अजान दूं ऐसी गूंजने से पहले तू पहचान लें, धड़क बनके तेरी जान ओ अल्लाह...
तरू बनके तेरा कर न सके कोई जमींदोज, मिटा ना सके खाक में ओ अल्लाह...


- डॉ.संतोष सिंह