VIEW HYMN

Hymn No. 20 | Date: 01-Jul-1996
Text Size
तेरी ही काया है, तेरी ही माया है, बंदे है हम तेरे, मायावश हो गये अंधे
तेरी ही काया है, तेरी ही माया है, बंदे है हम तेरे, मायावश हो गये अंधे
तेरा – मेरा कर – करके बँट गये तेरे बंदे, माँगे तेरे नाम पे चंदे, हो गया है धंधा पुराना ।
बिकता है तेरा दर्शन, बिके तेरा गीत और भजन,
बँटती है तेरे नाम पे ये देश और दुनिया ।
अमीर कैद करे तुझको दीन देता है दोष तुझको ;
एक हो के तू भी बँट गया है; तेरा पुत्र हिंदु – मुसलमान बन गया है ।
बहुत हो गया यह खेल माया का भरमा गया है मन मोरा ।
सारी सृष्टि को मिटाने पे तुला है अब आना होगा तुझे चाहे कलयुग क्यों ना हो ।
उद्धार करना हम सबका तेरे हाथो ही लिखा है ।


- डॉ.संतोष सिंह