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Hymn No. 1910 | Date: 03-Aug-2000
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चोर हूँ बड़ा, जरा रखना तू अपना ख्याल।
चोर हूँ बड़ा, जरा रखना तू अपना ख्याल।
ताल ठोंक के करता हूँ चोरी, आता नहीं किसीके हाथ।
घात तो ऐसी लगाता हूँ, होती ना खबर कानों – कान।
आँखों से सुरमा चुराने की धेड़, चुरा लूँ तुझको मैं तुझसे।
हैरान हो जायेगा, कब – कैसे क्या घट गया ये।
हट ना है ये मेरी, है ये तो बात दिल की।
अच्छे – अच्छे की गलती नहीं दाल, प्यार के सामनें।
ऐ खुदा सून रखा है, तू तो मारा है प्यार का।
इतने से बन गया मेरा काम, जो पी लियाँ तेरे नाम का जाम।
खरबूजे पे छुरी गिरे या छूरी पे खरबूजा, तू है एक।


- डॉ.संतोष सिंह