VIEW HYMN

Hymn No. 1649 | Date: 06-Apr-2000
Text Size
आधी – आधी रातों को आता है तू ख्वाबों में मेरे।
आधी – आधी रातों को आता है तू ख्वाबों में मेरे।
छेड़ता है दिल को, सुबह होते ही जाता है बिछड़।
खेल तेरा चलता है, प्यार से हमारे खेलने का।
जानते है हम, कमी है हममें बना नहीं पाते तुझे अपना।
दिल तो रहता है और तेरे, मन भटकता है इधर – उदार।
राग जीवन को ना लगतें है अच्छें, फिर भी द्वेष ना करता।
रह गया है एक ही बात दिलों – दिमाग में, बन जाने का तेरा।
सह जाता हूँ सब, पास रहके दूरी बरदाश्त कर नहीं पाता।
तू है बड़े दिल वाला, तारना है हाथों में तेरे।
प्यार तू दे दे इतना, प्यार बनके सदा के लिये खोजाऊँ तुझमें।


- डॉ.संतोष सिंह