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Hymn No. 50 | Date: 30-Oct-1996
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ऐसी क्या हो गयी मुझसे खता, क्यों है अधूरी मेरी हर तमन्ना ।
ऐसी क्या हो गयी मुझसे खता, क्यों है अधूरी मेरी हर तमन्ना ।
तमन्नाओं के संसार को तो तूने बनाया, मुझको तो तूने ही इस संसार में बसाया ।
तेरे साये तले चाहता हूँ उम्र गुजारना, इस लायक मुझको तुझको है बनाना ।
गलत या सही इसका निर्णय तुझको है करना, देना न देना इसका फैसला तुझको है करना
कमियों का रोना रोके जीवन से नही भागना, पा सकूँ तुझे मैं जी के इन सबके साथ ।


- डॉ.संतोष सिंह