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Hymn No. 1749 | Date: 13-May-2000
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देखो रे देखो दुनिया वालो, कितना हाल हुआ प्यार में बुरा मेरा।
देखो रे देखो दुनिया वालो, कितना हाल हुआ प्यार में बुरा मेरा।
गम ना कर रहा हूँ, चेता रहा हूँ दिल लगाने से पहले सोच समझ लेना।
सनम का ना है कोई कसूर, ये तो नतीजा है मनमानियों का मेरे।
फिर भी मजा आता है बहुत, चाहे मिलती रहे सजा दुनिया भर की।
वो भी जाने ना पड़ा है पाला किसी ऐरे – गैरे से, हम है निराले।
हर कर जायेगे, भद् कितनी भी मेरी पिटती रहे पार पायेंगे हर जदोजहद से।
गाता हूँ प्यार का तराना, बेबस होने पे भी मुस्कुराता है दिल अपने ऊपर।
मन के हर कोने में है तूफा संसार का, फिर भी दिल में भरा है प्यार।
सच पूछो तो बन गया हूँ निडर पा-पाके सजा, कितना भी अंजाम हो बुरा कुछ ना होगा मेरा।
घमंड से भरा अहसास ना है ये, प्यार तेरा अहसास दिलाये दिल को सलामती का।


- डॉ.संतोष सिंह