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Hymn No. 1747 | Date: 12-May-2000
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कुछ चाहते हो सुनना, तो पड़ेगा कहना कुछ हमसे।
कुछ चाहते हो सुनना, तो पड़ेगा कहना कुछ हमसे।
सुनायेंगे अपने दिल की हर बात बतायेंगे यार तुझसे।
तुझको बताना होगा अपना राज, डरना ना, कहेंगे किसीसे कुछना।
हमारी हर बात तू तो है जानता, फिर भी रहते है बेसुधी में।
पता है हमारा हाल देखके पड़ जाता है तू अचरज में।
ऊपर से क्या, अंदर से क्या, जीते है जीवन कितना दोहरा।
तेरे नाम का ठपका दे देते है, अपनी बात सच करवाने के वास्ते।
हाल हमारा है वही पुराना, जानके तुझको बदले ना हैं अभी।
पर की है शुरूआत तुझसे दिल की हर बात बताने की।
तू माने या न जाने ना रहा कुछ छुपाना वश में मेरे तुझसे।


- डॉ.संतोष सिंह