QUOTES
The quotes section will be launch soon.
Quote No. 12 | Date: 25-Feb-2001
Text Size
जिन्दा हूँ दया के टुकडो पे, वो भी मिले हैं उधार के खातों से |
जिन्दा हूँ दया के टुकडो पे, वो भी मिले हैं उधार के खातों से |
कहने के नौबतों से बात बनती नहीं, जो करना कभी माफिक नही आय |
 

देवेंद्र घिया( काका )


First...1112131415...Last