Read Quote

दिनांक: 24-Dec-2006
तड़प है दिल की, बेचैन है हर पल मन,
आत्मा तो तेरा हिस्सा है, सजा पाए निरंतर संतोष | (जिस्म)


- डॉ.संतोष सिंह


Share