VIEW HYMN

Hymn No. 2301 | Date: 02-May-2001
Text Size
अगर इंतजार की बात है तो करुँगा इंतजार तेरा निरंतर चिरकाल तक।
अगर इंतजार की बात है तो करुँगा इंतजार तेरा निरंतर चिरकाल तक।
तेरा साथ पाने के लिये तोड़ दूंगा, मन की सारी विवशताओं को।
नजरों में तेरे जो भी हो, पर हुआ है अहसास प्यार का पास आके तेरे।
कोई गुरेज नहीं कहने से, तेरे पास आने से पहले भटका हूँ बहुत बार।
पर ये भी सच है जान ले तू, अटका हूँ तेरे पास आके वजह हो चाहे कोई।
गुमायी थी रातें बातों में, पर अब गुमाता हूँ तुझसे जुडे ख्वाबों में।
एहसास कितना होता है मेरे प्यार का, तुझको पर दिल तड़पता है तेरे वास्ते।
वख्त की राह पे बदलते रहते है जीवन के दौर, पर बदला न कोई तो वो तू है।
तौरतरीके हो सकते है अलग अलग, पर अंदाज तो वही पुराना है ।
मेरा कहना न समझाना है तुझको, पर खुद एहसास कराता हुँ तेरे प्यार का ।


- डॉ.संतोष सिंह